NEW STEP BY STEP MAP FOR पारद शिवलिंग

New Step by Step Map For पारद शिवलिंग

New Step by Step Map For पारद शिवलिंग

Blog Article

मनीष शर्मा के अनुसार लिंगपुराण और शिवपुराण में पारद शिवलिंग का महत्व बताया गया है। वास्तु में भी पारद शिवलिंग को घर के दोष दूर करने वाला माना गया है।

वरील पद्धतीने रोजची पूजा करू शकता पण पहिल्या दिवशी स्थापन करताना जो पहिला अभिषेक असेल तेव्हा पंचामृताने अभिषेख करावा नंतर ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय: श्रीं ह्रीं ऐं किंवा नमः शिवाय ने १०८ बेल शिव पिंडीवर अर्पित करावा त्यावर प्रत्येक वेळी बेलावर चंदन लावून हा अर्पण करावा थोडा वेळ लागला तरी चालेल. 

पारद शिवलिंग मंत्र : पारद शिवलिंग की पूजा कैसे की जाती हे?

शिवलिंग को महादेव का निराकार स्वरूप माना जाता है. शिवलिंग ऊर्जा का भंडार है. इसलिए इसकी पूजा के लिए विशेष नियम बनाए गए हैं.

स्फटिक शिवलिंग को स्थापित करने की विधि:

इसकी नियमित पूजा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, जो जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाती है।

काही जण शिवपिंड ठेवतात आणि १२ तास बाहेर असतात पण घरातल्या पिंडीवर साधे पाणी सुद्धा अर्पण करण्यासाठी त्यांना वेळ मिळत नाही. 

अगर आप अध्यात्म पथ पर आगे बढ़ना चाहते हों, योग और ध्यान में आपका मन लगता हो और मोक्ष की प्राप्ति की इच्छा हो तो आपको पारे से बने शिव लिंग की उपासना करनी चाहिए। ऐसा करने से आपको मोक्ष की प्राप्ति भी हो जाती है।

पारद श्री यंत्र को स्थापित करने की विधि:

हमने आपको पहले ही बताया था शिवलिंग की स्थापना विधि read more किसी जानकार के पास ही कराये या अपना कोई गुरु हे तो उसके पास कराये, शिवलिंग की पूजा करने से आपको अनगिनत फायदे होंगे घर से कलेश दूर हो जायेगा,घर के सदस्य सब प्रेम भाव से रहने लगेंगे,घर में आनेवाली बाधा ख़त्म हो जाएगी,अकाल मृत्यु से बचा जा सकता हे.

पारद शिवलिंग काफी लाभकारी होती है इसीलिए जो भी व्यक्ति शिवलिंग की पूजा करता है नकारात्मक शक्तियां उससे दूर रहती हैं।

पारद शिवलिंग और स्फटिक शिवलिंग क्यों है खास ? घर में इनकी पूजा करने के लिए क्या है लाभ

अभिषेक मध्ये तुप , पाणी , गंगाजल , मध, (पाच वस्तूने बनविलेले पंचामृत) , वापर करू शकता.

At Invoice Pricing, we consider you have to be capable to get the motor vehicle you would like at a fair and aggressive price.

Report this page